LED TV
LED टेलीविजन, LCD का सुधारा हुआ रूप है, जिसमें प्रकाश उत्सर्जक डायोड (LED) तकनीक का प्रयोग किया जाता है। हम जानते हम जानते है कि LED इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में प्रयुक्त किया जाने वाला वह सूक्ष्म अवयव है, जो अपने अंदर से धारा (current) के प्रवाहित होने की स्थिति में प्रकाश उत्पन्न करने में सक्षम है। LED का उपयोग LCD पैनल युक्त स्क्रीन को प्रकाश प्रदान करने के लिए भी किया जाता है।
SUMSUNG LED TV |
LED TV की संरचना
LED टी.वी. में भी LCD टी.वी. के सामान लिक्विड क्रिस्टल तकनीक का प्रयोग किया जाता है,किन्तु प्रकाश का स्रोत भिन्न-भिन्न होते है, जोकि स्क्रीन पर इमेज प्रदर्शित करते हैं। LED टी.वी. में इज लाइटिंग (edge lighting ) एवं पूर्ण क्षेत्र की लाइटिंग (full area lighting) प्रयोग की जाती है। इसमें इज लाइटिंग को स्क्रीन के किनारों के बाहर की ओर श्रेणी-क्रम में व्यवस्थित जाता है। जब LED को पावर सप्लाई प्रदान की जाती है, तब स्क्रीन पर प्रकाश पूर्णरूप से फैल जाता है।
चित्र LED TV की आंतरिक संरचना |
पूर्ण क्षेत्र की लाइटिंग के रूप में स्कीन के पीछे पूर्ण सतह पर सारे प्रकाश उत्सर्जक डायोड (LEDs) एक पंक्ति में व्यवस्थित होते है। परन्तु चल-चित्र के दृश्य प्रदर्शन हेतु पृष्ठ-प्रकाश (back light) की आवश्यकता पड़ती है। पृष्ठ-प्रकाश के लिए LED व LCD टी.वी. में LEDs युक्त-प्रकाश पैनल प्रयोग किये जाते हैं, जोकि चार प्रकार से तैयार किये जा सकते हैं
(i) श्वेत LEDs पैनल
(White LEDs panel)
इस पैनल में श्वेत LEDs प्रयोग की जाती है,जो प्रायः हल्की नीली आभा वाला प्रकाश पैदा करता है। इनके प्रकाश को श्वेत प्रकाश में परिवर्तित करने के लिए LEDs पर सल्फर की पतली पर्त चढ़ा दी जाती है। इस प्रकार,LEDs के द्वारा उत्पन्न प्रकाश लगभग CCFLs के तुल्य श्वेत हो जाता है। श्वेत LEDs को पैनल के सिरों पर स्थापित किया जाता है और पैनल की विशिष्ट संरचना के द्वारा प्रकाश पूरे पर्दे पर सामान रूप से विसरित हो जाता है।LEDs को सिरों पर स्थापित किये जाने के कारण इस पैनल को Edge-LEDs पैनल भी कहते हैं।
(ii) लाल हरा नीला LEDs पैनल
(RGB LEDs panel)
इस विधि में श्वेत LEDs के स्थान पर लाल हरा नीला LEDs प्रयोग किये जाते हैं। इन LEDs को रंगीन पिक्चर ट्यूब के स्क्रीन की भाँति ट्रायेड्स(triades) में स्थापित किया जाता है। RGB LEDs के प्रयोग से चित्रों के पहले रंगो एवं उनसे निर्मित पूर्ण वर्णपट्ट (spectum) की स्पष्टता,श्वेत LEDs अथवा CCFLs युक्त पैनल की अपेक्षा अधिक होती है।
(iii) पूर्ण विन्यास LEDs पैनल
(Full array LEDs panel)
इस विधि में श्वेत LEDs को LCD स्क्रीन के पीछे,एक विशिष्ट विन्यास में लगाया जाता है। LEDs को क्षेत्रों (zones) में विभाजित किया जा सकता है और इन क्षेत्रों का स्वतंत्र नियंत्रण (अर्थात् ऑन ऑफ) किया जा सकता है। इस प्रकार वांछित 'क्षेत्र' की चमक (brightness)को आवश्यकतानुसार बढ़ाया/घटाया जा सकता है। 'क्षेत्रों ' की आकार तथा LEDs की संख्या पर्दे आकार के अनुसार रखी जा सकती है।
(iv) हाइब्रिड पृष्ट-प्रकाश LEDs पैनल
(Hybrid back-light LEDs)
इस विधि में कुछ LEDs को पर्दे के सिरों पर तथा कुछ को पूर्ण विन्यास में स्थापित किया जाता है। इस प्रकार, इस पैनल में 'इज-लिट' (edge-lit) तथा 'पूर्ण विन्यास' दोनों प्रकार के पैनल्स के गुण उपस्थित रहते हैं।
LED TV की कार्यप्रणाली
सर्वप्रथम LED TV को पावर सप्लाई प्रदान की जाती है, जिससे इसमें लगी LED लाइट जलने लगती है, जिससे इज लाइटिंग डिस्प्ले पर प्रकाश उत्पन्न हो जाता है, जो अध्रुवित प्रकाश होता है।
यह प्रकाश किस्टलों को प्रदान किया जाता है, जो शटर (Shutter) का उपयोग कर, इस प्रकाश को नियंत्रित करते हैं तथा ब्राडकास्टिंग से प्राप्त सिग्नलों के अनुसार प्रकाश का ध्रुवण करके, डिस्प्ले पर इमेज प्रदर्शित करते हैं।
LED TV के प्रमुख खण्ड/भाग
LED TV तथा LCD TV का परिपथ एक ही समान होता है। अतः इसके भाग भी LCD TV की भाँति ही होते हैं।
(i) पावर सप्लाई
(Power supply)
पावर सप्लाई सेक्शन, ए.सी. लाइन वोल्टेज को निम्न वोल्टेज में परिवर्तित करता है, जिसे बोर्ड पर प्रयुक्त माइक्रोप्रोसेसर एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स अवयवों के लिए 5 V डी.सी. वोल्टेज में परिवर्तित करके उन्हें प्रदान किया जाता है। एक सामान्य टेलीविजन के ऑडिओ सेक्शन के लिए 12 V से 18 V तक जबकि, इन्वर्टर एवं अन्य सेक्शन हेतु 24 V पावर सप्लाई की आवश्यकता होती है।
(ii) वीडियो डिकोडर
(Video decoder)
वीडियो डिकोडर का मुख्य कार्य प्राप्त करने वाले ऑडियो/वीडियो सिग्नलों में से मुख्य सिग्नल को अलग करते है। इसके लिए मुख्यतः ADV 7402, ADV 7400, TDA1201X इत्यादि ICs का उपयोग किया जाता है, जिसकी सहायता से 10-बिट के वीडियो सिग्नल से 720P तथा 1080P इमेज का निर्माण किया जाता है। ADV7402 IC का उपयोग पूर्ण एच.डी. (HD) पिक्चर बनाने में किया जाता है।
(iii) LVDS ट्रांसमीटर
(LVDS transmitter)
LVDS अर्थात् लो वोल्टेज डिफरैंशियल सिग्नलिंग ट्रांसमीटर सामान्यतः इनपुट आधार पर सिंग्नल ट्रांसमिट करता है। इसका मुख्य कार्य उच्च वोल्टेज प्रदान करता होता है।
(iv) TMDS ट्रांसमीटर/रिसीवर
(TMDS transmitter/receiver)
इसका पूर्ण रूप ट्रांजिस्टर मिनिमाइण्ड डिफ्रैंशियल अर्थात् चैनल का उपयोग करके सीरियल डाटा का संचरण होता है जिसमें से एक चैनल CLK सिग्नल संचरित करते हैं TMDS ट्रांसमीटर एवं रिसीवर का उपयोग डिजिटल सिग्नल को पिक्चर के रूप में दर्शाने के लिए किया जाता है।
(v) एनालॉग टू डिजिटल कन्वर्टर
(Analog to digital converter) इस ब्लॉक में एंटीना द्वारा प्राप्त एनालॉग सिग्नल को डिजिटल सिग्नल में बदला जाता है। LCD टी.वी. का परिपथ पूर्णरूप से डिजिटल होता है, इसलिए प्राप्त होने वाले प्रत्येक एनालॉग सिग्नल को भी डिजिटल सिग्नल में परिवर्तित करना होता है। इस कन्वर्टर की सहायता से 500 MHz तरंगदैध्य सिग्नल को 0.5 V से 1.0 V में परिवर्तित किया जा सकता है।
(vi) ट्यूनर
(Tunner)
ट्यूनर के द्वारा भिन्न-भिन्न आवृति पर चैनलों को खोजा (seach) जाता है। इसके लिए अलग-अलग देशों में भिन्न-भिन्न बैंड का प्रयोग किया जाता है।
(vii) ऑडियो प्रोसेसर
(Audio processor)
इसका कार्य ध्वनि सिग्नल को प्रोसेस करना है। 2 चैनल और 3 चैनल बैंड्स (Bands) में इसका प्रयोग मुख्यतः किया जाता है इसकी सैंपलिंग दर 32 KHz, 44.1 KHz और 48 KHz होती है।
(viii) SD-RAM
यह ऐसी सिन्क्रोनस डायनमिक रेण्डम एक्सेस मेमोरी (Synchronous dynamic random access memory) होती है। जिसका कार्य विभिन्न अस्थायी डाटा को स्टोर (storage) करना होता है।
(ix) ऑडियो एम्पलीफायर
(Audio amplifier)
इसका कार्य, प्राप्त होने वाले ध्वनि सिग्नलों को एम्पलीफाई (amplify) करना होता है। ये 11W, 10W, तथा 20W की रेंज में उपलब्ध होते हैं।
IC LM4752, LM4753, LM4755 इसके मुख्य उदाहरण हैं।
(x) समान्तर ई.ई.पी.-रोम
(Parallel EEP-ROM)
इलेक्ट्रिकली इरेजेबल प्रोग्रामेबल रीड ऑनली मेमोरी (Electrically Erasable Programmable) का उपयोग विभिन्न स्कैन चैनलों की आवृति को स्टोर करने में किया जाता है।
(xi) इंफ्रारेड सेंसर
(Infrared sensor)
यह रिमोट कंट्रोल की सहायता से एल.सी.डी. टी.वी. को नियंत्रित करने के लिए प्रयुक्त होता है।
(xii) स्कैलर एवं ओ.एस.डी.
(Scaler and OSD ) LCD टी.वी. में निम्न रिजोल्यूशन सिग्नल उच्च रिजोल्यूशन सिग्नल परिवर्तित करने के लिए स्केलर का उपयोग किया जाता है एवं OSD अर्थात् ऑन-स्क्रीन डिस्प्ले एक ऐसा कंट्रोल पैनल है, जिससे टी.वी. की ब्राइटनैस कंट्रास्ट इत्यादि सैट किये जाते हैं। इस ब्लॉक का मुख्य कार्य JPEG फॉर्मेट की पिक्चर को डिकोड करके डिस्प्ले करना है। इस ब्लॉक की सहायता से पिक्चर को 2:2 या 3:3 के अनुपात में सैट किया जा सकता है।
LED TV के गुण
1. LED TV में LCD की अपेक्षा इमेज अधिक चमक उत्पन्न होती है।
2. LED TV के उपयोग से पर्यावरण को कोई हानि नहीं होती है।
3. LED TV का औसत जीवन काल 25,000 से 1,00,000 घंटे तक होती है।
LED TV के अवगुण
1. इसमें प्रयुक्त LEDs तापमान संवेदी होती है, जिस कारण LED TV में तापमान को स्थिर रखने के लिए इसमें हीट सिंक (Heat sink) लगाया जाता है।
2. LED TV ,LCD TV की अपेक्षा महँगा होता है।
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