विण्डोज़ XP
विण्डोज़ XP एक अत्यन्त प्रभावशाली एवं उत्कृष्ट ऑपरेटिंग सिस्टम (operating सिस्टम ) है। विण्डोज़ XP, विण्डोज़ 2000 के कोड आधार का प्रयोग करता है, जो कम्प्यूटर की समस्त कार्यविधि को नियंत्रित करता है। विण्डोज़ XP यह सुनिश्चित करता है कि कम्प्यूटर के समस्त भाग अपनी सम्पूर्ण क्षमता के साथ सुगमता से कार्य कर रहे हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने विण्डोज़ XP को तैयार करने के लिए सम्पूर्ण विण्डोज़ इण्टरफेस को पुनः डिज़ाइन किया जाता है। विण्डोज़ XP के यूजर इण्टरफेस में भी इस प्रकार सुधार किया गया है कि यह हमें हमारे प्रोग्राम और डाटा को सरलता से एक्सेस (access) करने की अनुमति प्रदान करता है। इसके सरलता (icon), मेन्यूज़ तथा विण्डोज़ को अधिक आधुनिक रूप प्रदान किया गया है। विण्डोज़ XP की विशेषताएँ
1. विण्डोज़ XP में फाइल और फोल्डर के साथ अधिक कुशलता से कार्य किया जा सकता है। विशेष प्रोगाम से वांछित फाइल प्रकारो को एसोसिएट (associate) करने के लिए अब अधिक ऑप्शन्स उपलब्ध हैं। कम्प्यूटर पर कम स्थान घेरने के उद्देश्य से फाइल्स और फोल्डर्स को शीघ्रता एवं सरलता से कम्प्रेस (compress) भी किया जा सकता है। 2. विण्डोज़ XP यह भी प्रदान करता है कि नेटवर्क पर स्थित फाइल पर उस समय भी कार्य किया जा सकें, जब कम्प्यूटर, नेटवर्क से कनेक्ट न हो। यह सुविधा पोर्टेबल कम्प्यूटर्स के लिए उपयोगी है। जब कम्प्यूटर नेटवर्क से कनेक्ट होते हैं, तो फाइल में किए गए ऑफलाइन परिवर्तन अपडेट हो जाते हैं।
3. विण्डोज़ XP में डेस्कटॉप पर स्थित ऐसे शॉर्टकट्स, जिनका प्रयोग काफी समय से नहीं किया गया है, को मिटाने के लिए विण्डोज़ XP स्वतः ही 60 दिनों के अन्तराल पर Desktop cleanup Wizard चलता है। इस विजर्ड का प्रयोग हम आवश्यकता पड़ने पर भी कर सकते हैं।
4. विण्डोज़ फ़ायरवॉल - यह बाई डिफॉल्ट ऑन होती है और कम्प्यूटर को वायरस और अन्य सुरक्षा चुनौतियों से सुरक्षित करने में सहायक होती है।
5. ऑटो अपडेट्स - साथ विण्डोज़ कम्प्यूटर के लिए आवश्यक नवीनतम अपडेट्स की routinely जाँच करता है और उन्हें स्वतः ही इंस्टॉल भी कर देता है।
विण्डोज़ XP लोड करना
कम्प्यूटर पर विण्डोज़ XP स्थापित होने के बाद, विण्डोज़ को लोड करना आवश्यक होता है। कम्प्यूटर की पावर ऑन करते ही यह विण्डोज़ की भाँति बूट हो जाता है। कम्प्यूटर बूट होते ही स्क्रीन पर पहले Staring Windows XP ... 'सन्देश आता है, फिर स्क्रीन ग्राफिक मोड में बदल जाती है और विण्डोज़ XP की बूटिंग की स्क्रीन दिखाई देती है, जिससे पता चलता है और विण्डोज़ लोड हो रहा है।
इसके कुछ समय बाद ही, यदि यूज़र अपने कम्प्यूटर का अकेला उपयोगकर्ता है, तो वह कम्प्यूटर यूज़र के यूज़रनेम से अपने आप लॉग ऑन हो जाएगा, यदि उसके कई उपयोगकर्ता है, तो पहला अर्थात् डिफॉल्ट यूज़र लॉग ऑन होगा यदि यूज़रनेम के लिए कोई पॉसवर्ड भी सैट किया गया है, तो कोई भी कार्य प्रारम्भ करने से पहले यूज़र को अपना पासवर्ड टाइप करना होगा।
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